सुबह के 6 बजते ही सांभर की खुशबू के बीच घर के दरवाजे खुलते हैं और ग्राहक लाइन लगाकर बैठ जाते हैं। बरगद के पत्ते पर गरमागरम इडली सांभर का आनंद लेते हैं वो भी सिर्फ एक रुपए में हैं। तमिलनाडु के वड़िवेलम्पलयम गांव की इस दुकान को संभाल रही हैं कमलाथल। उम्र 80 साल है और एक इडली की कीमत है 1 रुपए। कमलाथल आज भी अपनी उम्र की दूसरी महिलाओं से फिट हैं और इनके जीवन का लक्ष्य लोगों को सस्ता और भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है।
हां रोजाना आने वाले ग्राहक गोपी किशन का कहना है कि मां आज भी इडली पकाने के लिए गैस नहीं चूल्हे का इस्तेमाल करतीं और मसाले पत्थर पर पीसती हैं। जब मैं यहां इडली खाना हूं तो लगता है मेरी मां मुझे खिला रही हैं।
कमलाथल अपनी फिटनेस का सीक्रेट बताते हुए कहती हैं मैं हमेशा से ही रागी और ज्वार का दलिया खाती थी। इसलिए ही इतनी सक्रिय हूं, चावल में इतना पोषण नहीं होता।